- कवयित्री -मंच संचालिका
पानी भी जब ठहर जाता है तो बदबू देने लगता है फिर हम तो मनुष्य हैं, इसलिए उठिए और चलते रहिए।। विचार प्रेषिका- डॉ शुभ्रा माहेश्वरी