Anagha Dongaonkar
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जब अपने साथ हो तो हर दिन त्यौहार सा लगता है जब अपनों में दूर आई हो तो त्यौहार भी अधूरा सा लगता है अनघा

प्यार, अपनापन, विश्वास खो जाता है जब रिश्ते मेहमान बनकर रह जाते हैं । Anaghajain

When you are gratitude for everything nature give you more.

When you are gratitude for everything nature give you more.

स्व स्वीकृती ने केलेल्या चांगल्या वाईट गोष्टींची जबाबदारी स्वतः घ्यायला हवी

वय हा फक्त आकड़ा असतो मन चिरतरुण असल की आयुष्य जगणं सोपं होऊन जाते

अपने गुणों को उजागर करने का निडरता एक उत्तम माध्यम है

यह जो materialistic चीजें है ना ,एक दिन खत्म हो जाएगी ,तुम ना मेरे लिए खुद को बचा के रखना

चलो ख्वाबों की दुनिया मे जी लेते है दिल की जमीन पर छोटासा घर बनाकर प्यार कर लेते है


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