Sakshi Yadav
Literary Colonel
AUTHOR OF THE YEAR 2021 - NOMINEE

38
लेखन
2
फोल्लोवेर्स
0
फॉलोविंग

None

मित्रांशी सामायिक करा

ज़रूरी नहीं कि ज़िन्दगी में सब कुछ ही पा लू मैं पर जो चीज़ बनी ही मेरे लिए है , उसे पूरी दुनिया से लड़कर पाउंगी मैं

Sometimes there are wider quotes in just small quotes.... Thing to try is to understand one.

घर बनाकर सोचा था मुकद्दर तय करूँगा, पर घर की ज़रूरतों ने मुझे मुसाफ़िर बना डाला

गिर गया तो ज़रूरी नहीं संभलना जायज़ हो दिल की गहराइयां भी अक्सर टूटते तारे से बयां की जाती है

चाह अब यही बची है पास हमारे कि इस दफ़ा तो हम गलत साबित हो जाये बहुत आहत हो चुका है दिल खुद को सही समझते समझते

ज़िन्दगी रही तो फिर मिलेंगे दोस्त, मौत का दौर चल रहा है वादा नहीं कर सकता। आज तो मेरे जाने पर मेरे अपने ही दूरी बनाए रखेंगे, आज माफ़ कर देना यार, अब बातें ये ज़्यादा नहीं कर सकता। हाँ, दौर ही कुछ ऐसा है फिर मिलने का वादा नहीं कर सकता।


फीड

लाइब्रेरी

लिहा

सूचना
प्रोफाइल