डॉ.अरुण प्रताप सिंह भदौरिया 'राज' ( साहित्यकार,रंगकर्मी,समाजसेवी, फिलेटलिस्ट,सिने एक्टर,मोटिवेशनल स्पीकर,शार्ट फ़िल्म मेकर)
Share with friendsचंद लफ्जों में लोग अपनी बात बता देते है, एक पल में अपनी औकात दिखा देते हैं. बिना सोचे ही इल्जाम लगा देते है, पहले के अहसान सब भुला देते हैं. @ डॉ. अरुण प्रताप सिंह भदौरिया