I'm Saurabh and I love to read StoryMirror contents.
Share with friendsतस्वीर से तेरी, तेरे होने का एहसास करते है कमी ना हो तेरी, तो उसी से हर मर्तबा बात करते है नम्म ज़रूर होजाती है आंखें, मन्न भी परेशान होता है लब्ज बयां ना कर सकें जैसे, वैसे जज़्बात करते हैं