चाँद बैरी न हुवा, तु क्यु बेरुख हुइ
आसमा जल रहा हैं, बैरी चाँद से!
इस संसार में कोइ अकेला नहीं होता,
बस वही अपने आप के साथ नहीं खड़ा हुवा होता!
નામ તારૂં તન-મન ભમતુ રહે,
યાદ તારી હ્રદય (Heart) આત્મકુંજ વસતી રહે,
સફળ થાય ફેરો.
क्युं ढुंढती है मुजे दर बदर ए ज़िदगी, में तो हुं तेरी आहोसमें.
અનતરમાં ચાહત રાહી, પછી અંતર શેનું?