मैं एक पेशेवर चोर हूँ, लफ्ज़ों से दिल चुराना पेशा है मेरा.... ✍️✍️
इक दिल मोम की तरह पिघल गया... इक ज़िस्म रूह छोड़कर जल गया...!! इक राह को मंज़िल न मिली... इक सफ़र रोते- रोते निकल गया...!! ~माहिरा चौधरी "मीत" ✍️