Apurwa Srivastava
Literary Captain
6
Posts
0
Followers
0
Following

हिंदी और हिंदुस्तान🇮🇳

Share with friends

एक और एक दो भी होते हैं, एक और एक ग्यारह भी होते हैं। फर्क है तो हमारी सोच में, हम क्या समझते हैं।

पत्र जो लिखा तन्हाई में, भेजा नहीं रुसवाई में।

अनकहे रिश्ते:- कुछ रिश्तों का नाम नहीं होता, अनकहे रिश्ते कहलाते हैं पर अहमियत रिश्तों की हमें वही सिखलाते हैं।


Feed

Library

Write

Notification
Profile