I'm Ruchika and I love to read StoryMirror contents.
जीवन के दुखों को स्वीकार करके हंसना सीखो लड़खड़ाते हुए कदमों से फिर से दौड़ना सीखो सारी मुश्किलें हो जाएंगे पार तुम एक बार डटकर कोशिश करना तो सीखो रुचिका खत्री