व्यक्ति का धैर्य उसकी सहनशीलता को दर्शाता है।
हँसी का मोल भाव नहीं किया जा सकता है।
नियंत्रण सर्वस्व कदापि नहीं है।
व्यक्ति की तपस्या उस का धर्म है।
व्यक्ति को परमेश्वर पर सदैव विश्वास होना चाहिए।
मुस्कुराहट विशेष शक्ति है।
व्यक्ति को संयम और आत्मनियंत्रण सदैव धारण करना चाहिए।
कोयला व कोयल में मात्र एक मात्रा का भेद है। परंतु कोयल सभी को पसंद होती है किंतु कोयला नहीं
ऋतु से रहने के ढंग में परिवर्तन हो सकता है, परंतु आचरण पर नहीं।