@arvind-kumar-singh

ARVIND KUMAR SINGH
Literary Brigadier
248
Posts
87
Followers
0
Following

लेखक अरविन्द कुमार सिंह एक सार्वजनिक उपक्रम के वरिष्ठ प्रबंधक पद से सेवानिवृत होकर एक अधिवक्ता के रुप में दिल्ली के जिला एवं सत्र न्यायालयों तथा दिल्ली उच्च न्यायालय में वकालत कर रहे हैं. लेखक ने जीव विज्ञान में बी.एस.सी. की डिग्री के पश्चात् उपरोक्त नौकरी के दौरान ही न केवल एम.ए., एम.बी.ए.,... Read more

Share with friends

झूठ बोलने वाले का कोई धर्म और झूठ से बढकर घिनौना कोई अपराध हो नहीं सकता अरविन्द

कर्म से बढकर कभी भी कोई पूजा नहीं स्वदेश से बढकर धर्म कोई दूजा नहीं। अरविन्द

ईर्ष्या में रखा क्या है खुद ही राख होते हैं न चैन से सोने देते हैं न खुद चैन से सोते हैं अरविन्द

मुस्कुराहट का जनाब कभी सबब दिया करो तुम्हारे लायक मैं नहीं मेरे शब्दों से ही सही थोडा़ प्यार किया करो अरविन्द

गलती आपकी नहीं कई बार ऐसा होता है कातिल खुद ही कत्ल से अनजान होता है अरविन्द

सागर जैसा पिता होता जो हर गम को पी लेता आंसू एक टपक न पाऐ अपने दिल को सी लेता अरविन्द

हंसते हंसाते कुर्बान देश पर रण बांकुरे तुम कहां खो गये मौत से आंख मिचौली खेली फिर क्यों गहरी नींद सो गये अरविन्द

बन के तीर तुम्हारी नजरों से अल्फाज निकल गये शामत ही आई थी हमारी जो सामने हम पड़ गये। अरविन्द

झूठ, फरेब, हेराफेरी करके क्यों आंख मूंद कर सोता है भवसागर पार में कर्मों का ही किरदार अहम होता है


Feed

Library

Write

Notification
Profile