लेखक अरविन्द कुमार सिंह एक सार्वजनिक उपक्रम के वरिष्ठ प्रबंधक पद से सेवानिवृत होकर एक अधिवक्ता के रुप में दिल्ली के जिला एवं सत्र न्यायालयों तथा दिल्ली उच्च न्यायालय में वकालत कर रहे हैं. लेखक ने जीव विज्ञान में बी.एस.सी. की डिग्री के पश्चात् उपरोक्त नौकरी के दौरान ही न केवल एम.ए., एम.बी.ए.,... Read more
Share with friendsमुस्कुराहट का जनाब कभी सबब दिया करो तुम्हारे लायक मैं नहीं मेरे शब्दों से ही सही थोडा़ प्यार किया करो अरविन्द
हंसते हंसाते कुर्बान देश पर रण बांकुरे तुम कहां खो गये मौत से आंख मिचौली खेली फिर क्यों गहरी नींद सो गये अरविन्द