हालाते गम ना पूछें किसी ने तो कोई गिला नहीं,
ये तो वो शक्स थे जो कभी हमारे हुए ही नहीं ।।
तुम क्या मेरे गुनाहो का फैसला करोगे,
एक शाम कभी तन्हा गुज़ार कर तो देखो।।
शहर का सन्नाटा बता रहा है कि,
लोगो में कितना ज़हर हैं।।
मेरे सब्र का इम्तिहान ना ले ए ज़िंदगी,
जो बीच राह में छोड़कर गये वो मेरे अपने ही थे।।
Rivers teaches us,
Blow with the flow.
कुछ रिश्ते दिल के करीब होते हुए भी,
कभी दिल से नहीं जुड़ पाते।।
तेरे जाने के बाद यकीन मान
हर लम्हा तेरी ही याद में गुज़रा है।।
बहुत कुछ सहना पड़ता है,
एक औरत को औरत होने के लियें।।
कुछ रिश्तों में प्यार नहीं,
बस जरुरते ही होती हैं।।