जिंदगी की कशमकश में थोड़ा उलझ गये हैं दोस्तों, वरना हम तो उनमे से हैं, जो दुश्मनों को भी अकेला महसूस नहीं होने देते।
जिंदगी मैं भी मुसाफ़िर हूँ तेरी कश्ती का, तू जहाँ मुझसे कहेगी मैं उतर जाऊँगा !!