किस्मत के पन्नों पर कर्म से लिखे हुए लफ्ज़,
ज्यादा खूबसूरत लगते हैं।
हसीन दौर था वह,
जब हम नादान थे।
दुनिया की फिक्र से दूर,
हम भी एक इन्सान थे।।
लोग न जाने क्यों नफरतें ही बटोरते है
मैंने तो प्रेम को ही बिखेरा है
परिश्रम करने वाले को बेहतरीन सफलता मिलती है,
भले ही देर से मिलें....
चलो पंख फैलाकर देखें.... आसमां की दूरी कितनी है.....
यूँ लड़ने से बात नहीं बनेगी......
चलो कुछ गुफ्तगूँ कर लें....
क्यूँ बैठे हो यूँ निराश हुए
उठो मंजिल बुला रही है
आपकी मेहनत खूबसूरत तब लगती है,
जब उसमें सफलता के मोती सजाये जाते हैं ।
अपनी सफलता की चादर बुनने के लिए,
परिश्रम के धागे का प्रयोग करना चाहिए।