Gurpreet Kaur
Literary Colonel
AUTHOR OF THE YEAR 2021 - NOMINEE

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अपने बारे में बहुत सोचा और बहुत समझा कि कुछ लिखूँ ... फ़िलहाल कुछ शब्दों में खुद को बांध देना अभी ज़रूरी नही लग रहा .. हाँ , इतना कह सकती हूँ...अपने दर्द को आवाज़ देना सीख गयी हूँ...पढ़ाई -एम.ए. हिंदी और बी.एड कर रखी है । व्यवसाय - अभी नौकरी नही कर रही हूँ... फ़िलहाल तो लिखने के क्षेत्र में अपना... Read more

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कुछ बातें पर्दे में रहे तो ही अच्छा है जैसे हमारा तुम्हें चाहना। Gurpreet kaur

दूसरों को उनके किए की सज़ा वक़्त आने पर खुद -ब -खुद मिल जाएगी तुम अपने गुनाहों की फ़िक्र करो बस। Gurpreet kaur

जब आप Unfit कपड़ा पहनने पर खुद को Uncomfortable महसूस करते है तो किसी Unfit रिश्ते में खुद को कैसे महफूज़ रख सकते हो??

भावनाओं से लिप्त मनुष्य अपने ही ख्यालों से हार बैठता है। Gurpreet kaur

उसे मंज़ूर नहीं मेरा यह अलविदा कहना, मुझे मंज़ूर नहीं उसका किसी और के साथ दोस्ती बढ़ाना। Gurpreet Kaur

मैं तुझ में खो कर शून्य हो जाना चाहती हूं। Gurpreet Kaur

तुझमें वलीन होकर यह जाना कि इश्क़ किस मर्ज की दवा है। Gurpreet Kaur

आवेग में आकर जब चिल्लाता है लगता है जैसे विवेक का संतुलन खो बैठा हो जैसे। Gurpreet Kaur

हँसता है तो लगता है पूरी दुनिया उसकी कायल है। चुप हो जाये तो चुभन सी होती है। Gurpreet Kaur


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