Neeraj Baghel
Literary Captain
16
Posts
2
Followers
0
Following

To Write is to Know.

Share with friends
Earned badges
See all

ज़िंदा ना रहने की आदत होती । चाहतो को छिपाने की आदत होती । बेख़ौफ़ बयान-ए-गिला ना किया होता जो हमने । तो आज हमारी भी गिनती पत्थरो में होती ।

राहों के तेवर कुछ बदले से लगे, ग़मों में जब हमने मुस्कुराना सिख लिया

A book is not a book if it doesn't make you think.

इश्क के बाजार मे सौदा ना करना, यहाँ दिल के बदले दिल मिले ये जरुरी नही l

जिंदगी ऐ जिंदगी, कभी मुस्कुरा भी दे मेरे लिए, तुझसे बेतहाशा मोहब्बत का कुछ तो इनाम देl

बेशुमार मोहब्बत दिल-ऐ नादान नI करना I एक उम्र कम पड़ जाती है आंसू बहाने को I

A GOOD STEP TAKEN....... IS A STEP TAKEN TO LEAD.


Feed

Library

Write

Notification
Profile