इतना कुछ लिख दिया ,हाले दिल बयां कर दिया
अब तो समझ जाओ कि,
मेरी ज़िन्दगी का पहला और आखिरी अक्षर तुम ही हो
ख्यालों में कुछ बड़ी मुददतों बाद आया है |
फिर से वही चेहरा एक कलाम लाया है ||
शिद्दत से की थी कभी जिसकी आराधना |
खुशबू का एहसास बनकर वही बहार लाया है ||
@रजनी शर्मा