Poetry| Screenwriter| Three Poetry Books|| Two collective anthologies|| Three E-books
जीतते हैं तो खुशी से नाचते हैं, हार पर क़ायम मिसालें सादगी की। आज का दिन ले के आया हो अँधेरा, कल दिखेंगी फिर से किरणें रोशनी की। #Motivation
धर्म समझदारी की सीमा नहीं तय करता। बल्कि समझदार तय कर लेता है कि कितना समझदार होना है।
जब तक कोख़ में दम है, सृष्टि संवर्धन के लिए पुरुषत्व की नहीं बस बीज की ज़रूरत है। #अजेय