किसी ने मुझसे पूछा क्या तुमने भगवान को देखा? मैंने कहा नहीं. फिर उसने पूछा क्या तुम्हें पता है दुनिया का सर्वोत्तम शिक्षक कौन है? मैंने कहा ना. फिर उसने कहा क्या तुम जानते हो लोग अमीर और गरीब क्यों होते हैं ? मैंने कहा, मैंने समय को बनाते, बिगाड़ते, पढ़ाते और बदलते देखा है......
वो लोग अक्सर महफ़िल में भी अंधेरों का साथ ढुंढ लेते हैं, जो अपनों से ठोकर खाए हो, जी रहे हैं क्योंकि कि मर नहीं सकते, वरना ज़हम में हम जींदा भी है या नहीं? ये सवाल हर पहेर आता है......
एक मजबूत किताब का वह फटा हुआ पन्ना बनकर रह गई हैं जिंदगी, जिसका अतीत तो सुहाना था, वर्तमान कहीं खो गया है और भविष्य का कोई पता नहीं.........
मैं आखरी कोशिश तक टूटूंगी नहीं भरोसा रख ए जिंदगी, गर टूट गई तो समझ लेना मेरा मुकद्दर बिख़रना नहीं..! राख में ख़ाक होना होगा.. कोमल चौधरी