मन की बात शब्दों में डाल लिखती हूँ आपबीती, थोड़ा प्रयास है नाम को नाम दिलाने का, बाकी है फ़कीरी 🙏
आँखों में बैठा कतरा आँसू का,आँखों में ही रहने दो, बाहर निकला तो, कम्बख़त बदनाम हो जाएगा