" मां और बच्चे के बीच का प्यारा रिश्ता जैसा रिश्ता तो इस दुनिया में और कहीं नहीं होता है l मां का दर्जा तो भगवान के दर्जे से भी ऊंचा होता है l मां के बारे में जितना भी लिखूं उतना कम ही लगेगा l मां का प्यार का कोई तुलना ही नहीं हो सकता l मां तो मां ही होती है , वह प्यार का भंडार होती है l मां के बारे में लिखा जाए तो पेन का इंक खत्म हो जाएगा मगर मां का प्यार कभी खत्म नहीं होगा l "