हमारे कदमों के निशान मिट जाते हैं रास्तों पर चलते चलते।
नाजाने उन लोगों में कया बात होती है जिनके कदमों के निशान पर दुनिया चलती है।।
बहुत भीड़ थी उनके दिल में
न निकलते तो निकाले जाते।
नाजाने कब तक तेरी मोहब्बत की दुआ करता रहूँगा।
मैं एकतरफा आशिक हूँ सहाब चुप रहकर भी मोहब्बत करता रहूँगा।।