dr vandna sharma is a writer/poet since 2007 my work has started publshed.in various plateform.as amarujala ,navbharat times, danik jagran ,sahitya amrit ,chingari ,srjymaan ,kashf, my two poetry book has been published 1-ek ajeeb daastaan and bas yun hi many times my kavypaath is broadcasting... Read more
Share with friendsहमें उनसे प्यार था जाकर सीधे कह दिया ना कोई हिचक ,ना डर दिल का हाल सुना दिया वो खड़े रहे भौंचक्के खुद को बुत बना दिया सीधी सी बात क्या कही उनको लाजवाब बना दिया #drvandnasharma #seedhibaat
सीधी सी बात कहूं ,पर जाने क्यों बुरा मान जाते हैं सब थी ज़रा सी बात पर मतलब टेढ़े निकालते हैं सब सीधा सरल होना इतना कठिन है चेहरे पर चेहरा चढ़ाते हैं सब #drvandnasharma #seedhibaat
जब तक उनके झूठ पर करते रहे वाह हम अच्छे थे ,करते थे उनकी परवाह जिस दिन सच बोल दिया , उन्होंने दिल से निकाल दिया ,दी ऐसी सजा #drvandnasharma #seedhibaat
बात कहती हूँ खरी खरी सीधी सी बात है मेरी आपको अच्छी लगे या बुरी सच के साथ रहती हमेशा खड़ी #drvandnasharma #seedhibaat
याद तो सब करते है अपने अच्छे दिनों को और मुस्कराते हैं चोरी-चोरी पर क्या याद करना काफी है उन यादों को फिर से जीने की एक कोशिश ज़रूर होनी चाहिए जिससे यादें सिर्फ यादें न रह जाएँ हमारे आज को तो महका ही जाएँ और आने वाले कल को भी सुहाना कर जाएँ
भविष्य को सुरक्षित रखने के लिये वर्तमान को बलिदान होना पड़ता है. वर्तमान दांव पर लगाकर ही इतिहास लिखा जाता है.
जब जलने लगा जमाना मुस्कान मेरी देखकर मैंने तुरंत ऐसी चला दिया ,ठंडी हवा के लिए #drvandnasharma #ytarth.blogspot.com
ना नीचे धरती है ,न आसमान है खंड -खंड हुई ज़िंदगी जोड़ना इनको क्या इतना आसान है मंजिल सामने है ,फिर क्यों रास्ता अनजान है फिर क्यों पग उस राह से अनजान है