सपने में अपनी मोहब्बत को बहुत करीब से देखा।
कफन से लिपटी और शरीर जलते देखा।।
आज कल तुन्हें दिल से चाहने लगी हूँ।
आंखों ही आंखों से प्यार लुटाने लगी हूँ।।
किसी की लाल चूड़ी हाथों में छोड़ आया।
अपनी माँ की गोद को सूनी छोड़ आया।
बाजारों में भीड़ कुछ यूं लगी थी।
हमने जाकर देखा तो गुलाब लेने वाली खड़ी थी।