Jain Sahab
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बेहतर है कुछ शब्दों का अधूरापन यूं ही बेवजह खामोशी को अपने हिस्से के अहसास की तलाश तो न रहेगी

सही -गलत आसान थे फैसले सही और गलत के बीच हमेशा ही फासले तो बस मेरे सही और उनके सही के दरमियान थे।


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