आज बरसों बाद मिली है नजर उनसे... आंखों में आसूं आई है... देख कर उसको एक नज़र लवो पे हसी छाई है अंजली झा
पहले जब बरात में जातें थे तो लोग हाथ में गुलाब का फुल लिए सवागत में खड़े रहते थे और अब सेनिटाइजर और माकस लिए खड़े रहते हैं 😄😄😄😄😄
दिल उदास है, आंखें नम है, दिल उदास है आंखें नम है, हम जिसका पलकें बिछाऐ करते हैं इंतजार, वो किसी और के खवाबों में गुम है अंजली झा
कभी की थी हमनें भी मोहब्बत बेसुमार उसे... सजाया था दिल में उसे.. दिल रोया था बहुत उस वक़्त जब उसने कहा कि उसे हमसे नहीं किसी और से मोहब्बत है.... Anjali jha