पूनम चंद्रलेखा, शिक्षिका, लेखिका,पॉडकास्टर, वाइस ओवर आर्टिस्ट, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश में जन्म, शिक्षा - एम.ए (इतिहास व हिंदी ), बी.एड, पी.एच.डी (हिंदी), मास्टर्स इन स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन, रूसी भाषा में प्रोफ़िशिएन्सि. प्रकाशन – कविता संग्रह- ‘सन्नाटा बुनता है कौन’, विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में... Read more
Share with friendsतथ्य की बारीकी से खूब पड़ताल कीजिये सही गलत की दृष्टि को फिर भेद लीजिये दूसरों की गलतियाँ गिनाने से पहले ज़रा अपने गिरेबां में भी झाँक लीजिये
देखने में बहुत आसान है कर सको यदि काम, तो महान है हो अर्पण जीवन परहित सदा लगे देव सदृश्य वह पर, सच्चा इंसान है।
ज़िन्दगी के ज़िंदा पलों को समेट कर लम्हा लम्हा बसा लेती हूं अपनी सांसों में ताकि महकती रहें हर पल तेरी रंगीन यादें मुझमें ©चंद्रलेखा