कविता के लिए राज्य एवं राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित। एक काव्य संग्रह "जज्बात " प्रकाशित। वर्ष 2021 में निरंतर लिखते हुए साहित्यिक क्षेत्र में कई पुरस्कारों से पुरस्कृत एवं सम्मानित।
माँ सर पर हाथ तेरा आज भी महसूस होता है आज भी तेरी मीठी सी लोरी सुनाई दे जाती है। अनुराग भरा तेरा चेहरा आज भी याद आता है। संस्कृति व सभ्यता भी, कहानी तेरी कह जाती है। तुम्हारी यादों की अमूल्य धरोहर सदा संग रखती हूं उत्तम गुरु, आदर्श मित्र की उपमा तुम्हें ही देती हूं। ©️ पदमा गोविंद मोटवानी