Written & Narrated by Anand Barotia
Others
अब ख़ामोश हो ...
आँख सा
फूलों सी
यदि ऐसा हो
आलू भगवान
सॉरी रावण
चाह कर भी
मुझको देख
ख़ुद से जुदा
काले उजाले
इश्क़ का इम्त...
इमली
Main Samander
Jam Gaya Hai