मां ईश्वर प्रदत्त सुंदर उपहार
मां तुम ही धरा, तुम ही गगन
तुम ही से है मेरा संसार।
मेरा अस्तित्व मेरा अभिमान
मां तुमसे मिली मुझे पहचान।
कितनी सहज कितनी सुन्दर
मां तुम हो मेरे अन्दर।
जिनके हौसले बुलंद होते हैं
उनकी जीत निश्चित होती है
कठिनाइयां भी हार जाती हैं
मेहनत जिनकी मजबूत होती है।
कुछ तो बात हैं हमारे तुम्हारे दर्मिया
यू देखते नहीं हम एक नजर से ये आसमां।