खेल निराले रचती है नियति किसी को नहीं पता की अगले पल क्या होगी जिंदगी जान लो जो है पास तुम्हारे बस वो पल है यही इससे कीमती और कुछ नहीं ✍🏻निरूपा कुमारी
ना हो मायूस ए दिल,माना है ये सफ़र है बड़ा मुश्किल पर जो ठान ले तू एकबार हर मंज़िल है मुमकिन हौसला और उम्मीद लिए तुम बढ़ चला चल सफलता मिल जायेगी ज़रूर इक दिन
भाग्य भरोसे बैठो नहीं, करो तुम निरंतर प्रयास सफलता मिल ही जायेगी फिर तुम्हें और हृदय से निकलेगा स्वयं ही शाबाश!!!
#मुरीद मां मेरी ममता की मूरत,मुरीद हूं मैं उसकी जीवन के हर मोड़ पर है मुझे उसकी जरूरत दुआ यही है की वो हंसती मुस्कुराती रहे सदा उससे है ये ज़िंदगी खूबसूरत ✍🏻निरूपा कुमारी
मां तूने अपने लहू से मुझको सींचा है मां तू जन्नत का नाम दूजा है तेरी ममता की छांव पला है मेरा जीवन तेरी सेवा से बढ़कर और ना कोई पूजा है