I'm shweta duhan and I love to read StoryMirror contents.
जिंदगी के सफर में जो मिला साथ ले लिया छोड़ा साथ जो देह ने मिला साथी भी खो दिया
मन तो है एक अलि फिरता रहता कली कली रुक जाए जहाँ ये मन वही राह मैं चली