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Share with friendsपापा छाता है , छत भी है | पापा छाया है, परछाई भी है | उनको बयान करना आसान तो नहीं , जैसे सागर के लहरों को गीनना मुमकिन ही नहीं | Dr Mousumi Parida, Odisha
पापा ईश्वर के ही एक नाम है, सुकून बांटता हुआ मीठी सी मुस्कान है | पापा छत है , छाया है .. मुसीबतों में जिनको पास पाया है | अंधेरों में आशा के किरने लेए , तपती धूप, घनघोर बारिश में छाता बन के प्यार से समेटते हुए सबसे प्यारे व न्यारे है |
पापा ईश्वर के ही एक नाम है, सुकून बांटता हुआ मीठी सी मुस्कान है | पापा छत है , छाया है .. मुसीबतों में जिनको पास पाया है | अंधेरों में आशा के किरने लेए , तपती धूप, घनघोर बारिश में छाता बन के प्यार से समेटते हुए सबसे प्यारे व न्यारे ईश्वर है
जाना है तो चले जाना आंखों से दूर, सहर से दूर दिल और दिमाग से भी दूर ..! जहां रात न हो, बात न हो | बिस्तर पे, मेरी लिखी हुई किताब न हो ! Dr Mousumi Parida, Odisha
इस्क का कोई किनारा तो नहीं मिल जाए तो वह इस्क ही नहीं | हालात से मजबूर जीना भी क्या जीना सारे मुरादें मुकम्मल होते तो नहीं | Dr Mousumi Parida,Jagatsinghpur,Odisha
जिंदगी के राह में कभी फूल तो कभी कांटे खिलते हें | बदलते मौसम के साथ कभी सावन तो कभी पतझड़ मिलते हें | Dr Mousumi Parida,Jagatsinghpur,Odisha