जाने क्यों यहां लोग बदल जाते हैं दिन ढलते ही अपने वादे भूल जाते हैं जिस्म को रूह से ऊपर रख देते हैं फिर पलक झपकते ही अपनी मोहब्बत भूल जाते हैं !
जाने क्यों यहां लोग बदल जाते हैं दिन ढलते ही अपने वादे भूल जाते हैं जिस्म को रूह से ऊपर रख देते हैं फिर पलक झपकते ही अपनी मोहब्बत भूल जाते हैं !
बस इतना जान लो कोई हमदर्दी नहीं अब तुमसे बस इतना समझ लो की अब मोहब्बत नहीं तुमसे ! शुरुवात तुमने की लो ख़तम मैं करती हूँ अपने मेहबूब के हाथों में अपना हाथ देकर तुम्हारी यादों को यहीं दफन करती हूँ
हारना नहीं ! चाहे आंधी आए , चाहे तूफ़ान आए रास्ते में तेरे चाहे कितनी भी रुकावटें आए जो बाधा बने हर वो पत्थर तोड़ देना बिना कुछ पाए किसी को अपनी मंज़िल बता मत देना!!
तेरी पहचान भी होगी और सम्मान भी होगा वक़्त तो आने दे सबकी जुबां पर तेरा नाम भी होगा ! हौंसला रख सब सही हो जाएगा आज किसी और का है तो कल वक़्त तेरा भी आएगा ! हासिल तुझे हर एक तेरा सपना होगा दुनिया देखेगी तेरी किस्मत बदलती जब मुट्ठी में तेरी सारा जहाँ होगा !!