शरीर से नहीं बल्कि अंधविश्वास और गलत सोच से ग्रसित व्यक्ति ही असल मरीज होता है|| भावना लाल बिलासपुर (छ.ग. )
हसरतों के शहर में ये इश्क तो यूं ही बदनाम है वरना हर कोई तो यहां पैसों का ही गुलाम है| भावना लाल बिलासपुर (छ. ग)
सुप्रभात🙏🙏 आग दिल में जब बदला लेने की जल पड़ी तभी उसे बुझाने धैर्य की हवा चल पड़ी| भावना लाल बिलासपुर (छ. ग. )
नौजवानों सैलाब नहीं हाथों में किताब उठाओ , तेज धार वाली छुरी, तलवार नहीं मीठी धार वाली कलम चलाओ, हिंसा नहीं अहिंसा का जगमगाता प्रकाश फैलाओ| भावना लाल बिलासपुर (छ. ग. )