Insta :@Nik_storyteller #cartoonlover
Share with friendsगैरो की क्या बात करू मैं खुद को ही ज़ख्म दिये जा रहा हूँ, जिस रिश्ते का कोई वज़ूद नहीं उसी को संभालने में बोहोत वक्त में बरबाद किये जा रहा हूँ।
ठहरे हुए आँसू में सच्चाई रुकी होती, जो बहार तो आना चाहती हैं, पर बीना लबज़ो के पलके बहार जाने की इजाज़त नहीं देती ।
चलो ना गले मिल कर नई शुरुआत करते हैं, लग जा गले के फिर हसीं रात होना हो, शायद फिर जनम में मुलाक़ात होना हो |
Time बोहोत ख़राब चीज हैं, ये promise दिलाता भी हैं और तुड़वा भी हैं |.. तो जो निभाना शको ऐसा वादा करो हीं मत, ये time के चक्कर में कई रिश्ते बर्बाद हुए हैं |