माँ, जो अमूल्य हैं, आदरणीय हैं, ममता की मूरत हैं,... जिसके पास माँ हैं वो सबसे ज्यादा धनवान हैं..।
अपने अचार -विचार को शुद्ध रखें, यहीं सच्चा फलाहार हैं
अपने अचार -विचार को शुद्ध रखें, यहीं सच्चा फलाहार हैं
कठोर परिश्रम से मंजिल तक पहुँचने की राह खुल जाती हैं
कितना भी घना अंधेरा हो उम्मीद के दिये की रौशनी से राह दिख ही जाती हैं