Jai Kumaar
Literary Lieutenant
6
Posts
0
Followers
0
Following

None

Share with friends

आसां नहीं होता किसी की नफ़रत से पाक होना मिटाना होता है ख़ुद को और पड़ता है ख़ाक होना

वो इस कदर रुला गये थे कि महीने उनकी याद नहीं मेरा इश्क़ उनसे इस कदर था कि उन्हें भूला नहीं..!

कुछ ऐसा भी हो कि कुछ ना हो तो भी पूरा सा लगे, ज़िन्दगी में कुछ अधूरेपन भी अच्छे लगने चाहिए!


Feed

Library

Write

Notification
Profile