Urmila Singh
Literary Lieutenant
68
Posts
0
Followers
0
Following

इंडियन पब्लिक स्कूल की प्रधान अध्यापिका समाज सेविका लेखिका

Share with friends

कितनी अजीब बात है कि आजकल का प्यार सड़कों और मोबाइल पर आ गया है !जबकि प्यार कोई दिखावे की चीज नहीं होती !इसको तो सिर्फ दिल और नजरों से ही महसूस किया जाता है!

दुनिया के रंग को पल-पल बदलते हुए देखा है! पल में ही हमारी अच्छाइयों पर बुराइयों का पर्दा डाल देते हैं!

कर्म ही मेरा मंदिर कर्म ही मेरी पूजा कर्म ही मेरा जीने का आधार कर्म से बढ़कर कोई और न दूजा!

बहुत थे इस दुनिया में - मेरी भी अपने, फिर आया रिश्तो में घमंड और दौलत का नशा, हम उन रिश्तो से अलग हो गए!

शब्दों ''का और सोच ''का ही अहम किरदार होता है तभी तो हर इंसान अलग अलग होता है!

खुशियां दौलत की मोहताज नहीं होती!

जैसे-जैसे वक्त बीतता जाएगा जख्म भरते चले जाएंगे !लेकिन बाला दीदी आपके साथ बिताए हुए वे आखिरी पल मुझे हमेशा याद आएंगे! (आपकी छोटी बहन )

मैंने जन्नत को तो नहीं देखा लेकिन प्रकृति ही मेरे लिए जन्नत के समान है!

प्रकृति इंसानों की तरह किसी के साथ भेदभाव नहीं करती!


Feed

Library

Write

Notification
Profile