जब मन की हलचल खत्म हो जाए और मन पूरी तरह शांत हो जाए तो हर एक पड़ाव एक नई मंजिल होती है।
इंसान छोटा या बड़ा नहीं होता, बड़ा उसका ऐटीट्यूड होता है। ऐटीट्यूड के लिए सेल्फ कॉन्फिडेंस का होना जरूरी है। जिसका भरोसा खुद पर जितना ज्यादा होगा, उसका ऐटीट्यूड उतना ही बड़ा होगा।