Love to write✍️
हर चुभन सहके भी महकते हैं गुलाबों की तरह , जानते सब हैं मगर चुप हैं किताबों की तरह , इन बुज़ुर्गों को तो पलकों में बिठाके रखो वरना उड़ जायेंगे ये रात के ख्वाबों की तरह ।।