ज़िन्दगी में कुछ सीखें ठोकर खाने के बाद मिलती हैं। यकीन मानिए, वे बड़े पक्के किस्म की होती हैं।
कुछ खामोशियाँ,
बहुत
शोर करती हैं।
- मौमिता।
इंसान का हो रुतवा
पर खुदा नहीं बन सकता।
शायर का भी गर हो रुतवा
पर शायरी जैसा नहीं बन सकता।
इंसान का हो रुतवा
पर खुदा नहीं बन सकता।
शायर का भी गर हो रुतवा
पर शायरी जैसा नहीं बन सकता।
हर वह शख्स जो अपनी पत्नी को रानी की तरह सम्मान देता है, पत्नी के दिल में राजा की हैसियत से रहता है।
हर वह शख्स जो अपनी पत्नी को रानी की तरह सम्मान देता है, पत्नी के दिल में राजा की हैसियत से रहता है।
तुमको न पाया कभी,
पर तुम्हें खोने से डरती हूँ,
दिल में अजीब सी बेकरारी
तुम पर दखल होने से इतरातीहूँ
तुमको न पाया कभी,
पर तुम्हें खोने से डरती हूँ,
दिल में अजीब सी बेकरारी
तुम पर दखल होने से इतरातीहूँ
यादें तुम्हारी,
उस ढीठ बच्चे की तरह है,
कितना भी भगाऊं
गलबाही डाले हँसता है।