*जिस प्रकार बादल आते हैं और चले जाते हैंI उसी प्रकार जीवन में सुख और दुख आते हैं और जाते हैंI कविता के माध्यम से उन सुख और दुख के पलों को व्यक्त करना बहुत ही अच्छा माध्यम हैI* कवि तो लिखता मन की भाषा, जो दिल से पढ़ता वही समझता है इसकी परिभाषाI
Share with friendsमौखिक अभिव्यक्ति को तुमने उड़ने के लिए पंख दे दिए, तुमने जिस राह मोड़ा, हम उस राह चल दिए। सोनी गुप्ता
तुमने मौखिक रूप जब ना पहचान, लिखित रूप में कुछ ऐसा लिख दिया हमने , पढ़कर उसको,घायल कर दिया तुमने। सोनी गुप्ता
मानसिक विकृतियों को मन से हटकर, अपने साथ हुई अच्छी स्मृतियों को मन में बैठाकर, जीवन को एक सुखद उपवन सा सजाएंगे। सोनी गुप्ता
मॉडर्न कॉफी से प्यारी तो हमारी कुल्हड़ वाली चाय है। जिसे ऊपरी सुंदरता कि कोई जरूरत ही नहीं है। सोनी गुप्ता