साहित्य प्रेमी , कवितायें धड़कन हैं मेरी , सीखना जारी हैं .................
Share with friendsइस मुश्किल दौर में हमारा स्वस्थ होना ही हमारे संतान के लिए खुशियों की चाभी है! दुआ करें कि किसी भी संतान से सभी यह चाभी न टूटे, ना छूटे । -अनुपमा गुप्ता
दुनिया की सभी स्त्रियों के लिए - बेशक हमारी कश्तियाँ अलग -अलग है , लेकिन हमारा तूफान एक है | - अनुपमा गुप्ता
करते रहे जो नजरअंदाज वही खास होते है। जो हो कोई शख्स तो भूल जाए उन्हें कैसे भुलाए जो बनके एहसास होते है। -अनुपमा गुप्ता -22-09-2015
विवाह पर्याय नहीं जिंदगी का, एक जरुरत हैं और जिंदगी बहुत-सी जरूरतों की अपूर्णता में भी निर्बाध चलती रहती है ! -अनुपमा गुप्ता