Piyosh Ggoel
Literary Brigadier
192
Posts
2
Followers
0
Following

लेखक नही , कवि नही , छंद न लिखने आए लिख देता हूं वो ही जो शारदा देती लिखाए

Share with friends

जो गुलाब की पंखुड़ियों से नही , कर सकता है काटो से भी मोहब्ब्त वो ही जिंदगी में घोल सकता है प्यार का मीठा शर्बत

किसी इंसान की सच्ची प्रशंसा करना ही उसके लिए सबसे बड़ा उपहार है

डूबते लोगो का है जो सहारा वो ही है समुद्र का किनारा

जिसके कारण उसका हर अवगुण टला वो थी उसकी कला

जब भूल जाते है हम सारे गम और लोगो से कर लेते है सुलह वो ही तो है जीवन की सबसे अच्छी सुबह

जिसके बारे में खयाल करना है अवश्य वो ही तो है भविष्य

जिसकी सूचना कभी न हो बेकार वो ही है सच्चा वफादार

जन्मदिन का दिन कितना अच्छा होता है न , उस एक दिन हम सबसे खास होते है और हर कोई हमारी बात मानता है

आग तो इंसान को मार देती है पर वियोग की अग्नि इंसान को जिंदा जला देती है जिससे उसे छुटकारा नही मिल पाता


Feed

Library

Write

Notification
Profile