टैडी डे आपको याद दिलाता है कि मोहब्बत के लिए दिल का कोमल और खूबसूरत होना जरूरी है।
इश्क एक मजहब सही जो चाकलेट डे के त्योहार पर और मिठास फैलाता है
एक मजहब ने अभी हर मजहब को बांध रखा है, ये अहसास दिलाता है।।
डर है आसमां को मैं उसे नीचे न छोड़ दूँ
मेरे हौसलों के पंखों में सैलाब बहुत है।।
जाति, धर्म और विचार, सब पर छाया कर्क कहर।
सही जीवनशैली और सहयोग लाए सबके जीवन में सहर।
अलसाया सा मन आराम के बाद,
एक दिन के विश्राम के बाद।
होता है बेमना सा फिर से तैयार,
पूछता है खुद से क्यों आता है सोमवार।।