Tum mujhe milo ya na milo Ye to kismat ki baat hai Magar mai koshish bhi na kru Ye to galat baat hai...
सड़को पर पसरा ये सन्नाटा कैसा है? गुजारे ना गुज़रे ये वक्त कैसा है? कतारें लगी है, श्मशानों के बाहर ये खुदा ये मंज़र कैसा है? हर पल गुजर रहा मौत के साए में मुस्कुराइए आप लखनऊ में है ये अफ़वाह कैसा है?
मेरी जिंदगी दर्द भरी दास्ताँ सी लगती है, पलकें अश्रुओं से भीगती है, नजाने कितना दर्द छिपाती है , फिर भी फीकी मुस्कान चेहरे में सजती है , बस कुछ ऐसे ही अपनी कहानी कहती है
अंधेरी और सुनसान रातों में गूंज सी सुनाई देती है रोने की, ये तो बस एक गवाही है इश्क़ - ए- दिल के तबाह होने की, कोई जाकर पूछ लो हुस्न की दीवाने इश्क वालो से, क्या जरूरत है इतने करीब आकर दूर होने की?