I'm Tejashri and I love to read StoryMirror contents.
Share with friendsकब तक यूं मिट्टी की मुरत मे भगवान को ढुंडते फीरोगे... जब इन्सान इन्सानसे इन्सानियत से पेश आयेगा तब क्या पता खुद मे ही भगवान नजर आ जाये...
"सुरत देखने वालो कभी सीरत पर भी ध्यान देना, वक्त के साथ सुरत बदलती हैं सीरत नहीं, इसलिये देखने का नजरिया बदल लेना "