बहुत मासूमियत सी है इन लोगो के सपनो में, ये जो साथ जीने और मरने की कसमे खाएंगे तकदीर खेलेगी एक छोटा सा खेल और ये बस कुछ ही दिनों में बिछड़ जाएंगे. -अंकित कुमार मिश्रा
खुद की जंग है खुद से कुछ यूँ सोच कर की खुद से हार गया तो भी खुद का ही गुरूर कम होगा. -अंकित कुमार मिश्रा