Freelance Journalist | Author | Writer | Social & Student Activist | YouTuber | Blogger | Founder / Editor - The Gramin Times
Share with friendsलोग क्या सोचते है हमारे बारें मे , मान्य नही रखता हम क्या सोचते है हमारे बारे में , बहुत मान्य रखता है । जिन्दगी मे सोचो वही , जो मान्य रखता हो न मान्य रखने के लिये तो लोग ही काफी है ।। - जीतेन्द्र मीना ' गुरदह '
बहुत समझदार है वो लोग जो इशारे से ही इन तीनों शब्दों का अर्थ समझ जाते है..... चाल, चरित्र और चेहरा ! - जीतेन्द्र गुरदह | @jitendragurdeh
सच तो चुभता है यार , लोगो के मन में बसना है तो झूट बोलना सीख । लोग सच से ज्यादा झूट को सच मानने मे ज्यादा विश्वास करते है ।। - जीतेन्द्र मीना ( गुरदह ) /
मै कभी नही भूलता अपनो को , जिन्हे में अपना कहता हूँ वो ही अक्सर पहचानने से इनकार कर देते है । - जीतेन्द्र मीना | @jitendragurdeh
जब कोई बात ही नही तो फिर ये झंझट और कैसा बवाल करना , मुझ पर शक मत करना , मन मे सवाल हो तो सीधे सवाल ही करना । - जीतेन्द्र मीना ' गुरदह '
हम थोडा सा क्या मुस्कुराएँ लोग इसे खुशी समझ बैठे । हमने लोगो से बात क्या की ये तो हमे पागल समझ बैठे । - जीतेन्द्र मीना